“माँ के रूप में वह ममता की मूरत, जो अपनी संतान के लिए खुद को भूल जाए।
बहन के रूप में वह विश्वास की डोर, जो हर सुख-दुख में साथ निभाए।
बेटी के रूप में वह मुस्कान, जो हर घर में रोशनी की तरह चमकती है।
पत्नी के रूप में वह समर्पण और साथ, जो हर तूफान में भी हाथ नहीं छोड़ती।
भारतीय संस्कारों में नारी केवल एक रिश्ता नहीं, बल्कि हर रिश्ते की आत्मा है।
Happy Womens Day
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